उल्फत का आलम
मोहब्बत का मौसम
जवानी सोलह सत्रह की
उस पे ये सावन
ये सावन का पानी
तेरी चढ़ती जवानी
ये जवानी की रातें
करती है बातें
बातों मे रांझा
रान्झें के साथ हीर
तू लैला है मेरी
मैं तेरा फकीर
ulfat ka aalam
mohabbat ka mausam
jawani solah satrah ki
us pe ye sawan
ye sawan ka paani
teri chadhti jawaani
ye jawaani ki raaten
karti hai baaten
baato meraanjha
raanjhen ke sath heer
tu laila hai meri
main tera fakir
मोहब्बत का मौसम
जवानी सोलह सत्रह की
उस पे ये सावन
ये सावन का पानी
तेरी चढ़ती जवानी
ये जवानी की रातें
करती है बातें
बातों मे रांझा
रान्झें के साथ हीर
तू लैला है मेरी
मैं तेरा फकीर
ulfat ka aalam
mohabbat ka mausam
jawani solah satrah ki
us pe ye sawan
ye sawan ka paani
teri chadhti jawaani
ye jawaani ki raaten
karti hai baaten
baato meraanjha
raanjhen ke sath heer
tu laila hai meri
main tera fakir
1 comments:
संजय भास्कर said...
बहुत सुंदर और उत्तम भाव लिए हुए.... खूबसूरत रचना......