tag:blogger.com,1999:blog-1619535317474021606.post1052788596775831723..comments2023-10-18T03:17:31.100-07:00Comments on Tasawwur: अश्क घर कर गएAnandhttp://www.blogger.com/profile/04902041268384156595noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1619535317474021606.post-76566069740587351142010-09-13T20:14:59.578-07:002010-09-13T20:14:59.578-07:00राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सर...<a rel="nofollow">राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।</a><br /><br /><a href="" rel="nofollow"> मैं दुनिया की सब भाषाओं की इज़्ज़त करता हूँ, परन्तु मेरे देश में हिन्दी की इज़्ज़त न हो, यह मैं नहीं सह सकता। - विनोबा भावे</a><br /><br /><a href="" rel="nofollow"> भारतेंदु और द्विवेदी ने हिन्दी की जड़ें पताल तक पहुँचा दी हैं। उन्हें उखाड़ने का दुस्साहस निश्चय ही भूकंप समान होगा। - शिवपूजन सहाय</a><br /><br /><a href="http://raj-bhasha-hindi.blogspot.com/2010/09/2_14.html" rel="nofollow"> हिंदी और अर्थव्यवस्था-2, राजभाषा हिन्दी पर अरुण राय की प्रस्तुति, पधारें</a>राजभाषा हिंदीhttps://www.blogger.com/profile/17968288638263284368noreply@blogger.com